स्वस्थ शरीर व मानसिक मजबूती के लिए अच्छी नींद बेहद जरूरी होती है। एक रिपोर्ट की मानें तो एक वयस्क व्यक्ति का 24 घंटे में 7 से 9 घंटे की नींद लेना आवश्यक होता है। (Ref) रात में अच्छी नींद नहीं आना अनिद्रा यानी इनसोमनिया (insomnia) के लक्षण हो सकते हैं।
लंबे समय तक अनिद्रा से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में कई बीमारियाँ अपना घर बना लेती हैं और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
इस आर्टिकल में हम अनिद्रा के लक्षण, कारण व उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं, ताकि इस बीमारी को लेकर लोग जागरूक हो सकें।
अनिद्रा के लक्षण (Symptoms of Insomnia)
कई चिकित्सकों और शोधकर्ताओं ने यह माना है कि अनिद्रा को लोग गंभीरता से नहीं लेते इसलिए इसके शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। इसके निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं – (Ref)
- दिन में थकान या नींद आना
- चिड़चिड़ापन
- शरीर में ऊर्जा की कमी
- खराब एकाग्रता और ध्यान
- सामाजिक मेलजोल कम होना
- पढ़ाई करने में कठिनाई होना
नींद न आने के लक्षणों की जानकारी के बाद अब इसके प्रकार के बारे में जान लेते हैं। (Ref)
- प्राथमिक अनिद्रा (Primary insomnia) : जब बिना किसी ज्ञात कारण के नींद न आने की समस्या हो रही हो तो इसे प्राथमिक अनिद्रा के लक्षण कहते हैं।
- द्वितीय अनिद्रा (Secondary insomnia) : इसका मतलब है कि आपको किसी स्वास्थ्य स्थिति (जैसे अस्थमा, अवसाद, गठिया, कैंसर); दर्द, दवा, या नशीले पदार्थ (जैसे शराब) के उपयोग के कारण सोने में परेशानी होती है।
इसके अलावा अनिद्रा के अन्य प्रकार में शामिल हैं –
- शुरुआती अनिद्रा : इसका मतलब है कि आपको सोने में परेशानी होती है।
- हल्की नींद : ऐसा तब होता है जब आपको रात भर अच्छे से नींद नहीं आती या आप बहुत जल्दी जाग जाते हैं।
- मिश्रित अनिद्रा (Mixed Insomnia): इस प्रकार की अनिद्रा में, सबसे पहले तो सोने में परेशानी होती है और अगर नींद आ भी जाये तो रात भर सोते रहना बहुत कठिन हो जाता है।
जब अनिद्रा कुछ हफ़्तों तक रहती है, तो स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे गंभीर अनिद्रा कह सकते हैं। जब यह 3 महीने या उससे अधिक समय तक रहता है, तो इसे क्रोनिक अनिद्रा (Chronic Insomnia) के रूप में जाना जाता है। नींद की कमी से दिन में थकान, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय में यह विभिन्न बीमारियों के जोखिम को भी बढ़ा सकता है।
अनिद्रा के कारण (Causes of Insomnia)
अनिद्रा कई शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कारकों से उत्पन्न हो सकता है। अक्सर इसका कारण एक अस्थायी समस्या होती है, जैसे कि थोड़े समय का तनाव।
अनिद्रा के सामान्य कारणों में शामिल हैं:1
- जेट लैग होना
- काम पर शिफ्ट बदलना
- कमरा बहुत गर्म, ठंडा या शोरगुल वाला होना
- बिस्तर सोने के लिए सही नहीं होना
- घर में किसी की देखभाल करना, अगर इससे नींद में खलल पड़ता है
- बहुत कम शारीरिक व्यायाम करना
- रात में डरावने या बुरे सपने आना
इसके अलावा इसके गंभीर कारणों में शामिल हैं –
- अवसाद (Depression)
- चिंता
- सिज़ोफ्रेनिया
- रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम
- ओवरएक्टिव थायरॉयड
- स्लीप एपनिया
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रिफ्लक्स डिजीज (GERD)
- क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD)
- क्रोनिक दर्द
- अल्जाइमर रोग
नींद न आने की समस्या का उपचार (Treatment of Insomnia)
- अनिद्रा का उपचार के लिए डॉक्टर की मदद लें।
- जीवनशैली में कुछ बदलाव करना जरूरी है।
- कॉग्निटिव विहेवियरल थेरेपी (CBT)
- डॉक्टर द्वारा बताए गए मेडिसिन से।
- एक ही समय पर बिस्तर पर जाएँ और उठें।
- सोने से ठीक पहले स्क्रीन वाले किसी भी उपकरण का उपयोग करने से बचें।
- सोने से एक घंटे पहले आराम करना शुरू करें।
- टेलीफोन और अन्य उपकरणों को बेडरूम के बाहर रखें।
- सोने से पहले सुनिश्चित करें कि कमरे का तापमान आरामदायक हो।
- कमरे को अंधेरा करने के लिए ब्लैकआउट ब्लाइंड्स या पर्दे का उपयोग करें।
- भूखे सोने से बचें। यदि आवश्यक हो, तो सोने से पहले एक स्वस्थ नाश्ता करें।
- कैफीन और शराब का सेवन सीमित करें, खासकर रात में।
- समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए स्वस्थ, विविध आहार लें।
निष्कर्ष:
एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए रोजाना 7 से 9 घंटे की नींद बेहद जरूरी होती है। ऐसा करने से ही शरीर बाकी समय सही से क्रियाशील रहने के लिए तैयार होता है। अनिद्रा के लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर की सलाह लें। दवाइयां और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।