अगर आपको भी पीरियड में बहुत तेज दर्द होता है या आप भारी ब्लीडिंग से परेशान हैं, तो बिना देरी किये डॉक्टर से संपर्क करें। हो सकता है यह कोई सामान्य समस्या नहीं बल्कि एडिनोमायोसिस (Adenomyosis) जैसी बीमारी का लक्षण हो। अगर समय पर इस बीमारी की पहचान हो जाये, तो इलाज संभव है।
एंडोमेट्रियोसिस एक जटिल बीमारी है, जो दुनिया भर में कई महिलाओं को उनके पहले मासिक धर्म (Minarchy) से लेकर रजोनिवृत्ति तक प्रभावित करती है। (Ref) कई महिलाएं ऐसी भी हैं, जिन्हें शायद इस बीमारी के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। इसीलिए, आज के इस आर्टिकल में हम एडिनोमायोसिस के लक्षण, कारण, निदान और उपचार के विकल्प पर चर्चा करेंगे ताकि हर किसी को इस रोग का पता चल सके।
क्या होता है एडिनोमायोसिस? (What is Adenomyosis)
एडेनोमायोसिस एक स्त्री रोग संबंधी स्थिति है, जहां कोशिकाएं जो आमतौर पर गर्भाशय (Uterus) के अंदर होती हैं, वे गर्भाशय की मांसपेशियों में अंदर की ओर बढ़ने लगती हैं। विभिन्न उम्र की महिलाओं में एडिनोमायोसिस को लेकर किये गये रिसर्च में इसे वयस्क महिला की बीमारी के रूप में बताया गया है। (Ref)
एडिनोमायोसिस में नजर आते हैं ये लक्षण (Symptoms of Adenomyosis)
एडेनोमायसिस के लक्षण हर महिला में बहुत अलग-अलग होते हैं। लगभग एक तिहाई महिलाओं को कोई भी लक्षण महसूस नहीं होते हैं, जबकि अन्य के लिए यही लक्षण रोजाना के जीवन में परेशानी पैदा कर सकते हैं। इन लक्षणों में शामिल हैं- (Ref)
- पीरियड में बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होना
- पीरियड्स में तेज दर्द
- सेक्स के दौरान दर्द
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- पेट फूलना या भारीपन का एहसास
- मूत्राशय और मलाशय पर दबाव महसूस होना
- मल त्याग करते समय दर्द होना
एडिनोमायोसिस के इन रिस्क फैक्टर्स से सावधान! (Risk Factors of Adenomyosis)
एडिनोमायोसिस के कारणों के बारे में विशिष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है लेकिन कुछ जोखिम कारक हैं, जिनके परिणामस्वरूप एडिनोमायोसिस हो सकता है। उनमें शामिल हैं:
एस्ट्रोजन: एस्ट्रोजन का बढ़ना एडिनोमायोयिस (Causes of Adenomyosis) का कारण बन सकता है। इसके लिए ज्यादा बॉडी मास इंडेक्स, या हार्मोनल गर्भ निरोधकों का अधिक उपयोग जैसे कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
गर्भावस्था (Pregnancy): एक से ज्यादा बार प्रेगनेंसी भी इस बीमारी का खतरा बढ़ा सकती है।
गर्भाशय की सर्जरी: सिजेरियन डिलीवरी सहित किसी कारणवश गर्भाशय की पिछली सर्जरी के मामले एडिनोमायोसिस का खतरा बढ़ सकते हैं।
इन जाँचों से लगाएं एडिनोमायोसिस का पता (Diagnosis of Adenomyosis)
उपर बताये गये लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिये ताकि बीमारी का पता लगाया जा सके। इसके लिए डॉक्टर निम्नलिखित परीक्षण कर सकते हैं- (Ref)
अल्ट्रासाउंड: एडिनोमायोसिस की जाँच के लिए ट्रांसवेजाइनल अल्ट्रासाउंड किया जा सकता है, इससे गर्भाशय की दीवार की मोटाई के बारे में जानकारी मिलती है।
एमआरआई: गर्भाशय की आंतरिक मांसपेशियों को देखने के लिए एमआरआई प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाता है।
इन सबके अलावा जरूरत पड़ने पर कभी-कभी एंडोमेट्रियल बायोप्सी भी की जा सकती है। इसमें जाँच के लिए गर्भाशय में एंडोमेट्रियल टिश्यू का एक छोटा सा सैंपल लिया जाता है ताकि महिला को एडिनोमायोसिस है या कोई और बीमारी, इसका पता लगाया जा सके।
सर्जरी या दवाइयां, कैसे होता है एडिनोमायोसिस का इलाज? (Treatment of Adenomyosis)
वर्षों से, एडिनोमायोसिस के इलाज के लिए दवाइयां और सर्जरी, दोनों ही उपचार के विकल्पों का इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि, कभी-कभी इसका असर मरीज की प्रजनन क्षमता पर भी पड़ता है। जो महिलाएं अपना परिवार पूरा कर चुकी हैं, उनमें इस रोग का सबसे अच्छा इलाज है गर्भाशय को पूरी तरह से निकाल देना। इस प्रक्रिया को हिस्टेरेक्टॉमी कहा जाता है। (Ref)
जहाँ तक बात दवाइयों की है तो ओरल गर्भनिरोधिक गोलियां (Oral Contraceptive Pills), प्रोजेस्टिन इंट्रायूट्राइन डिवाइसेज या इंजेक्शन (डेपो-प्रोवेरा) लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, डॉक्टर गोनैडोट्रोपिन-रिलीजिंग हार्मोन एगोनिस्ट या एंटागोनिस्ट लेने की सलाह दे सकते हैं, लेकिन आमतौर पर इसका उपयोग कम समय के लिए किया जाता है क्योंकि इससे अस्थायी रजोनिवृत्ति की स्थिति पैदा हो सकती है।
क्या सचमुच एडिनोमायोसिस से हो सकती है इनफर्टिलिटी? (Can Adenomyosis cause Infertility)
इंफर्टिलिटी और एडिनोमायोसिस के बीच कनेक्शन को लेकर अभी भी शोध जारी है। हालांकि, कुछ स्टडीज में इस बीमारी के कारण 11-12% इंफर्टिलिटी के मामलों के बारे में बताया गया है। जिन महिलाओं की उम्र ज्यादा है और जो बच्चे पैदा कर चुकी हैं उन्हें इस तरह की परेशानी नहीं होती लेकिन जिनकी उम्र कम है, उनमें प्रेगनेंसी में परेशानी एवं गर्भपात होना जैसी तकलीफें हो सकती हैं। समय पर इलाज होने से प्रेगनेंसी होने की संभावना बढ़ जाती है और गर्भपात का खतरा भी कम हो जाता है। (Ref)
निष्कर्ष
एडिनोमायोसिस जानलेवा बीमारी नहीं है लेकिन इसकी जटिलताएं (Complication of Adenomyosis) गंभीर हो सकती हैं। इसमें गर्भधारण में परेशानी होने के साथ-साथ एनीमिया की शिकायत भी हो सकती है। इसके अलावा पीरियड में दर्द या ज्यादा ब्लीडिंग रोज के जीवन को भी प्रभावित करता है। इसीलिए, समय पर इसका इलाज जरूरी है, विशेष रूप से जिन महिलाओं की उम्र कम है, उन्हें तुरंत आवश्यक कदम उठाना चाहिये।