इरेक्टाइल डिसफंक्शन: कारण, लक्षण और इलाज

what is erectile dysfunction in hindi

इरेक्टाइल डिसफंक्शन, जिसे नपुंसकता भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें पुरुष को लिंग का इरेक्शन (सख्त बनाना) प्राप्त करने या बनाए रखने में बार-बार कठिनाई होती है। यह समस्या कभी-कभार होना सामान्य है, लेकिन अगर यह लगातार हो, तो यह स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन के कारण (Causes of Erectile dysfunction)

लिंग में कड़ापन न आने की समस्या किसी व्यक्ति के रक्त प्रवाह (Blood Circulation), तंत्रिका तंत्र (Nervous system) और हार्मोन के स्तर की समस्याओं के कारण (इरेक्टाइल डिसफंक्शन के कारण) हो सकती है। इसके साथ ही यौन प्रदर्शन (Sexual Performance) को लेकर चिंता करने जैसे मनोवैज्ञानिक कारकों के कारण भी व्यक्ति को इरेक्टाइल डिसफंक्शन का अनुभव हो सकता है। [ref]

साल1 2019 की एक समीक्षा के अनुसार, समलैंगिक पुरुषों (Gay Men) में विषमलैंगिक पुरुषों (Heterosexual Men) की तुलना में इरेक्टाइल डिसफंक्शन की ज्यादा समस्या देखी गई थी।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन के शारीरिक कारण

इरेक्टाइल डिसफंक्शन के ज्यादातर मामले प्राथमिक रूप से देखने को नहीं मिलते हैं। अर्थात यह बहुत दुर्लभ होता है कि किसी पुरुष को कभी इरेक्शन नहीं हुआ हो और वह इलाज करवा रहा हो। इरेक्टाइल डिसफंक्शन के मामले लंबे समय से जारी किसी शारीरिक समस्या की वजह से हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं – 

  • हृदय रोग और रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) का सिकुड़ना
  • मधुमेह (Diabetes)
  • उच्च रक्तचाप (High BP)
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल
  • मोटापा और मेटाबोलिक सिंड्रोम
  • पार्किंसंस रोग
  • मल्टीपल स्केलेरोसिस
  • हार्मोनल विकार, जिसमें थायरॉयड की स्थिति और टेस्टोस्टेरोन की कमी शामिल है
  • लिंग के संरचनात्मक या शारीरिक विकार, जैसे कि पेरोनी रोग
  • धूम्रपान, शराब और कोकेन के सेवन सहित मादक द्रव्यों का सेवन करना
  • प्रोस्टेट रोग के लिए चल रहा उपचार
  • शल्य (Surgical) चिकित्सा संबंधी जटिलताएँ
  • रीढ़ की हड्डी में चोट लगना

निम्नलिखित कुछ दवाएं भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण हो सकती हैं। 

  • उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने वाली दवाएँ
  • हृदय की दवाएँ जैसे कि डिगॉक्सिन
  • एंग्जाइटी
  • एंटीडिप्रेसेंट, जिसमें मोनोमाइन ऑक्सीडेज इनहिबिटर (MAOI), सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर (SSRI) और ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट शामिल हों
  • ओपिओइड दर्द निवारक दवाएं
  • कुछ कैंसर की दवाएँ, जिनमें कीमोथेरेप्यूटिक एजेंट शामिल हों
  • एंटीकोलिनर्जिक्स
  • हार्मोन की दवाएं

इरेक्टाइल डिसफंक्शन के 90 प्रतिशत मामले शारीरिक कारणों से ही होती हैंज़ जबकि बाकी 10 प्रतिशत के पीछे मनोवैज्ञानिक कारण देखने को मिल सकता है। इनमें शामिल हैं – 

  • यौन प्रदर्शन का डर (Fear of Intimacy)
  • अवसाद (Depression)
  • चिंता (anxiety)

एक व्यक्ति विशिष्ट यौन प्रदर्शन चिंता के कारण भी पूर्ण इरेक्शन प्राप्त करने में असमर्थ हो सकता है, जो इरेक्टाइल डिसफंक्शन वाले लोगों में एक सामान्य मनोवैज्ञानिक कारक है। एक समीक्षा के अनुसार, यौन प्रदर्शन की चिंता 9-25 प्रतिशत पुरुषों को प्रभावित करती है। 

अब जान लेते हैं कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लक्षण क्या होते हैं। 

इरेक्टाइल डिसफंक्शन/नपुसंकता के लक्षण (Symptoms of Erectile dysfunction)

इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लक्षणों में ये समस्याएं देखने को मिल सकती है – [ref]

  • लिंग के इरेक्शन में परेशानी
  • लिंग में इरेक्शन बनाए रखने में परेशानी
  • यौन इच्छा में कमी
  • सुबह या रात में इरेक्शन का बिल्कुल न होना।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन का इलाज (Treatment of Erectile dysfunction)

अपनी जीवनशैली में बदलाव कर इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन के घरेलू इलाज में शामिल हैं –

  • वजन कम करना 
  • धूम्रपान छोड़ना
  • शराब का सेवन कम करना
  • पेल्विक फ्लोर व्यायाम करना

इसके [ref] अलावा अगर आपको इरेक्टाइल डिसफंक्शन परेशान कर रहा है और आप और आपके पार्टनर गर्भधारण की योजना बना रहे हैं तो बिना देरी के डॉक्टर से संपर्क करें। 

इसके लिए किसी मूत्र रोग विशेषज्ञ या किसी अन्य विशेषज्ञ की सलाह ली जा सकती है। 

डॉक्टर के पास इलाज के ये विकल्प होते हैं – 

  1. दवाएं: सिल्डेनाफिल (वायग्रा): यह दवा इरेक्शन को बढ़ावा देने के लिए उपयोगी है। इसे सेक्स से एक घंटा पहले लिया जाता है। अगर दिल की दवाओं जैसे नाइट्रेट्स का सेवन कर रहे हों तो इसे न लें।
  2. इंजेक्शन या दवाएं: लिंग में सीधे इंजेक्शन या दवा का उपयोग।
  3. वैक्यूम डिवाइस: यह प्लास्टिक ट्यूब होती है जो लिंग पर लगाई जाती है और हैंड पंप की मदद से इरेक्शन में मदद करती है।
  4. सर्जरी: यदि अन्य उपचार कारगर नहीं होते, तो डॉक्टर सर्जरी के जरिए लिंग में सिलिकॉन रॉड या हवा वाली डिवाइस लगा सकते हैं। यह डिवाइस लिंग को सख्त बनाए रखने में मदद करती है।

बचाव के उपाय (Prevention Measures)

इरेक्टाइल डिसफंक्शन को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है स्वस्थ जीवनशैली विकल्प चुनना और किसी भी मौजूदा स्वास्थ्य समस्या का सही प्रबंधन करना। [ref]

जैसे –

  • डायबिटीज, हृदय रोग या अन्य पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं के सही प्रबंधन के लिए अपने डॉक्टर से सलाह करें।
  • नियमित जांच और मेडिकल स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए अपने डॉक्टर से मिलें।
  • धूम्रपान बंद करें, शराब को सीमित करें या उससे बचें और बिना सलाह के दवाओं का उपयोग न करें।
  • नियमित रूप से व्यायाम करें।
  • तनाव कम करने के लिए कदम उठाएँ।
  • चिंता, अवसाद या अन्य मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को दूर करने का प्रयास करें। 

निष्कर्ष
इरेक्टाइल डिसफंक्शन एक सामान्य लेकिन संवेदनशील स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। हालांकि, यह अक्सर इलाज योग्य है। जीवनशैली में सुधार, उचित चिकित्सा और सही दवाओं से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। अगर आपको इस बीमारी के लक्षण महसूस हों, तो समय पर डॉक्टर से परामर्श लें।

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp

चेतावनी:
इस वेबसाइट पर दी गयी स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के लिए विशेषज्ञ से संपर्क करें और उनकी सलाह के अनुसार ही कार्य करें।

Related Post