क्या आपको भी अक्सर सिरदर्द की शिकायत रहती है?
तेज धूप या आवाज से क्या यह दर्द और भी ज्यादा बढ़ जाता है? अगर हाँ, तो बिना देरी किये एक बार चिकित्सक से संपर्क कर आवश्यक जाँच जरूर कराएं क्योंकि ये लक्षण माइग्रेन की तरफ इशारा कर रहे हैं। जी हाँ, सही पढ़ा आपने ‘माइग्रेन’। इस बीमारी का नाम सुनकर घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसका इलाज पूर्ण रूप से संभव है। इसके लिए आपको माइग्रेन के लक्षण और उपाय को समझना होगा।
सबसे पहले जानें माइग्रेन क्या है?
माइग्रेन का मतलब है गंभीर सिरदर्द। यह दर्द सिर के किनारे से शुरू होते हुए देखते ही देखते पूरे सिर में फैल जाता है। कई बार 2 घंटे में ही व्यक्ति को इस दर्द से राहत मिल जाती है, तो वहीं कुछ लोगों को काफी दिनों तक इस दर्द को सहना पड़ता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। आंकड़ों की मानें तो 10 में से एक व्यक्ति को माइग्रेन का सामना करना पड़ता है।
माइग्रेन के लक्षण और उपाय जानने के लिए समझें इसके विभिन्न स्टेज
माइग्रेन अटैक के चार चरण हो सकते हैं। हर किसी को इन सबका अनुभव नहीं होता और हर चरण में नजर आने वाले लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। जानें माइग्रेन के 4 चरणों के बारे में –
प्रोड्रोम- प्रोड्रोम चरण का अनुभव 50-60% लोग करते हैं। इसमें नजर आने वाले लक्षण घंटों या फिर 1-2 दिनों तक भी रह सकते हैं। इन लक्षणों में थकावट, बार-बार जम्हाई लेना, चिड़चिड़ापन या खराब मूड, मीठा खाने की इच्छा होना, ज्यादा प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना, गर्दन में दर्द, प्रकाश या गंध के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि आदि शामिल हैं।
ऑरा- माइग्रेन के लक्षण और उपाय को समझने के लिए इस चरण को जानना जरूरी है। ऑरा का अनुभव केवल 5 में से एक रोगी को होता है और आमतौर पर लगभग 20 मिनट तक इसका प्रभाव रहता है। हालांकि, कुछ लोगों को इससे भी कम या ज्यादा वक्त के लिए तकलीफों का सामना करना पड़ सकता है। सबसे सामान्य ऑरा ‘विजन ऑरा’ है। इसमें व्यक्ति को देखने में परेशानी होने लगती है, जैसे- दृष्टि, धुंधलापन या दृष्टि का टिमटिमाना आदि। कभी-कभी ऑरा बोलने में कठिनाई या सुन्नता से संबंधित भी हो सकती है।
माइग्रेन हेडेक- ज्यादातर लोग इस फेज का अनुभव करते हैं। इसमें सिरदर्द हल्का या गंभीर, दोनों हो सकता है। ऐसे में व्यक्ति को या तो बैठे रहने या फिर लेटने का मन करता है। इसके अलावा प्रकाश या गंध के प्रति संवेदनशीलता, मतली या उल्टी, आँख (लालिमा या फूलना), नाक (भरी हुई या बहती हुई) या कान (भरा हुआ महसूस होना, टिनिटस) से संबंधित लक्षण व्यक्ति को परेशान कर सकते हैं।
पोस्टड्रोम- इस चरण में व्यक्ति को बहुत ज्यादा कमजोरी का एहसास होता है।
माइग्रेन के लक्षण और उपचार के बारे में डॉ. नितिन कुमार गुप्ता बताते हैं कि यह एक सामान्य सिरदर्द की बीमारी है। इसकी शुरुआत में मरीज का दर्द कम रहता है, जो धीरे-धीरे गंभीर होता जाता है। इसके अलावा व्यक्ति में चिड़चिड़ापन, तेज रोशनी एवं तेज आवाज के प्रति संवेदनशीलता, उल्टी, हर वक्त सोने की इच्छा करना व अन्य लक्षण नजर आते हैं।
माइग्रेन के लक्षण और उपाय के साथ जानें इसके ट्रिगर फैक्टर्स!
कई अंदरूनी व बाहरी कारक माइग्रेन की समस्या को ट्रिगर कर सकते हैं। माइग्रेन के लक्षण और उपाय समझने के लिए इन ट्रिगर फैक्टर्स को जानना जरूरी है। इनमें कुछ ऐसे कारक शामिल हैं, जिन्हें बदला नहीं जा सकता, जैसे- मौसम में बदलाव, शिफ्ट में काम, मासिक धर्म चक्र आदि।
वहीं कुछ सामान्य ट्रिगर फैक्टर्स जिनसे बचा जा सकता है, उनमें खराब नींद, बहुत अधिक सोना (लेटना), भोजन न करना, पर्याप्त तरल पदार्थ न पीना आदि शामिल हैं। इसके अलावा कैफीन या दर्द निवारक दवाइयां भी इस बीमारी को ट्रिगर कर सकती हैं।
माइग्रेन के लक्षण और उपाय में शामिल करें ये सेल्फ केयर टिप्स
माइग्रेन के लक्षण ज्यादा गंभीर न हो जाएं, इसके लिए निम्नलिखित सेल्फ केयर टिप्स को जरूर फॉलो करें-
हाईड्रेशन- शरीर में पानी की कमी माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है। इसीलिए रोजाना डेढ़ से 2 लीटर पानी का सेवन जरूर करें।
पर्याप्त नींद – नींद की कमी सिरदर्द को गंभीर बना सकती है, इसीलिए माइग्रेन के लक्षण और उपाय में पर्याप्त नींद लेना शामिल है। माइग्रेन के मरीजों को रोजाना सोने और उठने का समय निर्धारित कर लेना चाहिये और उसी पैटर्न को फॉलो करना चाहिये। कोशिश यह करें कि दिन में न सोएं एवं दोपहर के बाद कैफीन युक्त पदार्थों से परहेज करें।
खानपान- माइग्रेन के मरीजों को भूखे पेट नहीं रहना चाहिये। उनके लिए समय पर भोजन करना जरूरी है। अतिरिक्त शुगर युक्त चीजों का सेवन न करें जैसे केक, बिस्किट आदि। इसके अलावा चॉकलेट, चीज़, सिट्रस फ्रूट्स, प्रिजर्व्ड मिट्स से परहेज करना भी बेहतर होता है।
एक्सरसाइज- नियमित व्यायाम माइग्रेन के लक्षण और उपाय का महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक बात का ध्यान रखें कि कई बार दौड़ने या उछलने वाली एक्सरसाइज करने से सिरदर्द बढ़ जाता है। इसीलिए वॉकिंग करना माइग्रेन के मरीजों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद रहता है।
शराब से बचें- शराब का सेवन माइग्रेन के लक्षण को और भी अधिक बढ़ा सकती है। इसीलिए, इससे से पूरी तरह दूरी बनाना आवश्यक है।
निष्कर्ष (Conclusion)
माइग्रेन के लक्षण और उपाय को जानने में बिल्कुल भी देरी न करें। समय रहते अगर इस बीमारी को कंट्रोल नहीं किया गया तो इससे व्यक्ति की दिनचर्या प्रभावित होने लगती है। इसीलिए, इस मामले में लापरवाही बिल्कुल भी न बरतें।
माइग्रेन का मतलब है गंभीर सिरदर्द। यह दर्द सिर के एक किनारे से शुरू होते हुए देखते ही देखते पूरे सिर में फैल जाता है। कई बार 2 घंटे में ही व्यक्ति को इस दर्द से राहत मिल जाती है, तो वहीं कुछ लोगों को काफी दिनों तक इस दर्द को सहना पड़ता है।
तेज सिरदर्द, धुंधली दृष्टि, जी घबराना, उल्टी, थकावट, कमजोरी, पसीना आना आदि माइग्रेन के लक्षण हैं। इससे बचाव के लिए खुद को हाइड्रेटेड रखें, संतुलित आहार लें, नियमित व्यायाम करें एवं शराब से परहेज करें।