लीवर सिरोसिस क्या है?
लीवर मानव शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग है और मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। लीवर सिरोसिस (Liver Cirrhosis in Hindi) एक स्वास्थ्य स्थिति है जो व्यक्ति के लीवर और जीवन दोनों को खतरे में डालती है।
इसकी गंभीरता के बावजूद, यह स्थिति इलाज से सुधर सकती है। भारत के साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका में लाखों लोग सिरोसिस से पीड़ित हैं। यह संख्या और भी अधिक हो सकती है, क्योंकि इस बीमारी से ग्रस्त कई लोगों को इसकी जानकारी ही नहीं है। समय के साथ-साथ यह बीमारी लीवर को ठीक से काम करने से रोकती है और अंत में लीवर फेल हो जाता है।
लीवर सिरोसिस के लक्षण (Symptoms of Liver Cirrhosis) [ref]
सिरोसिस के लक्षण शुरुआत में हल्के हो सकते हैं लेकिन धीरे-धीरे ये गंभीर हो जाते हैं। लक्षणों की पहचान निम्न प्रकार की जा सकती है:
प्रारंभिक लक्षण
- थकान और कमजोरी
- भूख न लगना
- वजन घटना
- मिचली और उल्टी
- पेट में दर्द या बेचैनी
गंभीर लक्षण
- त्वचा और आंखों में पीलापन (पीलिया) – रक्त में बिलीरुबिन के बढ़ने से।
- पेट में सूजन (एसेसाइटिस) – पेट में तरल पदार्थ का जमाव।
- पैरों और टखनों में सूजन – लीवर की खराबी के कारण शरीर में पानी का जमाव।
- खुजली और त्वचा पर धब्बे – लीवर में विषाक्त पदार्थों का जमाव।
- रक्तस्राव और चोट लगना – खून का सही थक्के न बनना।
- मनोभ्रंश और भ्रम (हेपेटिक एन्सेफैलोपैथी) – विषैले पदार्थों का मस्तिष्क पर प्रभाव।
लीवर सिरोसिस के कारण (Cause of Liver Cirrhosis) [ref]
लीवर सिरोसिस का मुख्य कारण लीवर की कोशिकाओं को होने वाली बार-बार की क्षति है। इसके प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:
- अत्यधिक शराब का सेवन – लंबे समय तक शराब पीने से लीवर की कोशिकाएं नष्ट होती हैं।
- हेपेटाइटिस संक्रमण – हेपेटाइटिस बी और सी वायरस लीवर की सूजन और क्षति का कारण बनते हैं।
- फैटी लीवर डिजीज – शरीर में वसा के अधिक जमाव के कारण लीवर पर दबाव।
- ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस – शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली लीवर की कोशिकाओं पर हमला करती है।
- आनुवांशिक बीमारियां – जैसे विल्सन रोग और हीमोक्रोमैटोसिस।
- ड्रग्स और टॉक्सिन्स – कुछ दवाइयों और जहरीले पदार्थों का सेवन।
- बाइल डक्ट में रुकावट – पित्त नलिकाओं का अवरोध लीवर की क्षति का कारण बन सकता है।
सिरोसिस के चरण [ref]
डॉक्टर सिरोसिस को मुख्य 3 चरणों में विभाजित करते हैं। इसे ए, बी व सी में दर्शाया जाता है।
ए: लीवर अच्छी तरह से काम कर रहा है।
बी: लीवर की मध्यम क्षति हुई है।
सी: लीवर की क्षति गंभीर है।
लीवर सिरोसिस का निदान (Diagnosis of Cirrhosis)
लीवर सिरोसिस के निदान के लिए निम्नलिखित टेस्ट किए जाते हैं –
- ब्लड टेस्ट : लीवर एंजाइम का स्तर, बिलीरुबिन और एल्ब्यूमिन का स्तर और क्लॉटिंग फैक्टर्स की जांच ब्लड टेस्ट से की जाती है।
- इमेजिंग टेस्ट : अल्ट्रासाउंड के माध्यम से लीवर की संरचना और सूजन का आकलन किया जाता है। सीटी स्कैन और एमआरआई से लीवर के टिशू और फाइब्रोसिस की पुष्टि होती है।
- लीवर बायोप्सी : लीवर का नमूना लेकर उसकी सूक्ष्म जांच की जाती है।
- एंडोस्कोपी : इससे लीवर के आंतरिक रक्तस्राव का पता लगाने में मदद मिलती है।
लीवर सिरोसिस का इलाज (Treatment of Liver Cirrhosis) [ref]
लीवर सिरोसिस का इलाज इसके कारण, गंभीरता और जटिलताओं पर निर्भर करता है। हालांकि सिरोसिस को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता, लेकिन इलाज से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव करने पड़ते हैं। जैसे –
- मरीज को कच्चे या अधपके मांस को खाने से परहेज़ करना चाहिए, जो संक्रमण के जोखिम को बढ़ाते हैं।
- शराब के सेवन से परहेज़ करें।
- नमक और वसा के सेवन को सीमित करें।
- शरीर के वजन को नियंत्रित करने के लिए आहार और व्यायाम का उपयोग करें
इसके साथ ही रोग के कारण का इलाज करवाएं, जैसे –
शराब से संबंधित लीवर रोग: एक डॉक्टर आपको शराब न पीने की सलाह दे सकते हैं। शराब के सेवन को कम कर सिरोसिस को नियंत्रित किया जा सकता है।
हेपेटाइटिस बी या सी: वायरल हेपेटाइटिस के लिए, डॉक्टर एंटीवायरल दवाएँ दे सकते हैं।
संक्रमण: एंटीबायोटिक्स से संक्रमण का इलाज होता है।
हेपेटिक एन्सेफैलोपैथी: दवाएँ रक्त में उच्च विष स्तर को प्रबंधित करने में मदद कर सकती हैं।
लीवर सिरोसिस की चौथे स्टेज का इलाज
इस स्टेज में लीवर सिरोसिस का इलाज इमरजेंसी ट्रीटमेंट शुरू होता है। इस समय लीवर ट्रांसप्लांट की भी करवानी पड़ सकती है। इसमें सर्जरी की मदद से डैमेज लीवर बाहर निकाल दिया जाता है और उसकी जगह पर हेल्दी लीवर ट्रांसप्लांट किया जाता है।
लीवर प्रत्यारोपण (Liver Transplant) कब होता है? : जब सिरोसिस गंभीर हो और लीवर पूरी तरह काम करना बंद कर दे, तो लीवर ट्रांसप्लांट अंतिम विकल्प होता है।
लीवर सिरोसिस से बचाव
लीवर सिरोसिस को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय करें:
- शराब का सेवन सीमित करें।
- स्वस्थ आहार और वजन बनाए रखें।
- हेपेटाइटिस का टीकाकरण करवाएं।
- संक्रमण से बचाव करें।
- नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं।
लीवर सिरोसिस कब होता है जानलेवा?
लीवर सिरोसिस का इलाज अगर सही समय पर न किया जाए तो यह चौथी स्टेज में पहुंच सकता है, जो बेहद खतरनाक और जानलेवा होता है। इस स्टेज में लीवर काम करना बंद कर देता है।
निष्कर्ष
लीवर सिरोसिस एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है, जो समय पर इलाज और जीवनशैली में सुधार से नियंत्रित की जा सकती है। इस बीमारी का सही प्रबंधन व्यक्ति के जीवन को बेहतर बना सकता है। यदि आप सिरोसिस के लक्षण महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और सिरोसिस के कारणों से बचाव करके इस समस्या से बचा जा सकता है।