एक्जिमा (Eczema) शरीर की एक ऐसी स्थिति है जिसके कारण आपकी त्वचा शुष्क (Dry Skin), खुजलीदार और उभरी हुई सी नजर आने लगती है। एक स्टडी के अनुसार उच्च आय वाले देशों में 10% वयस्कों और 20% बच्चे एक्जिमा की चपेट में आते हैं। वहीं वर्ष 2011 से 2021 के बीच हुए एक अध्ययन के अनुसार भारत में भी क्रमशः 3.1% से 7.21% बच्चे व 0.98% से 9.2% तक वयस्क एक्जिमा की चपेट में पाए गए थे। (Ref)
कभी-कभी अवसाद (Depression) और चिंता जैसी मानसिक बीमारियों को भी एक्जिमा या एटॉपिक डर्मेटाइटिस से जोड़कर देखा जाता है। हालांकि, एक्जिमा सभी आयु के लोगों को प्रभावित करने वाला एक सामान्य त्वचा विकार है।
इस आर्टिकल में एक्जिमा के बारे में हर बारीक जानकारी दी जा रही है ताकि इसके लक्षणों को जानकर इससे समय पर बचाव हो सके।
लक्षण व बचाव की जानकारी से पूर्व यह जान लेते हैं कि एक्जिमा कितने प्रकार का होता है।
एक्जिमा के प्रकार (Types of Eczema) – Ref
- एटोपिक डर्माटाइटिस।
- कॉन्टैक्ट डर्माटाइटिस।
- डिहाइड्रोटिक एक्जिमा।
- न्यूरोडर्माटाइटिस।
- न्यूमुलर एक्जिमा।
- सेबोरहाइक डर्माटाइटिस।
एक ही समय में एक व्यक्ति को एक से अधिक प्रकार के एक्जिमा हो सकते हैं।
एक्जिमा के लक्षण (Symptoms of Eczema)
एक्जिमा के लक्षण व्यक्ति की आयु, त्वचा की स्थिति और समस्या की गंभीरता पर निर्भर करते हैं। सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
खुजली: यह एक्जिमा का सबसे सामान्य और परेशान करने वाला लक्षण है।
लाल चकत्ते: त्वचा पर लालिमा और सूजन के रूप में प्रकट होती है।
सूखी और पपड़ीदार त्वचा: त्वचा की ऊपरी परत फट सकती है और छिल सकती है।
त्वचा का मोटा होना: लंबे समय तक खुजली या रगड़ने से त्वचा मोटी और सख्त हो सकती है।
फफोले या पानी का रिसाव: गंभीर मामलों में त्वचा पर छोटे-छोटे फफोले हो सकते हैं, जिनसे पानी निकलता है।
त्वचा में दरारें और रक्तस्राव: खुजली और सूखापन के कारण त्वचा में दरारें पड़ सकती है।
एक्जिमा के कारण (Causes of Eczema) – Ref
एक्जिमा का कोई ज्ञात कारण नहीं है। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह अनुवांशिक और पर्यावरण संबंधी कारकों की वजह से हो सकते हैं।
अगर माता-पिता में से किसी एक को एक्जिमा है, तो बच्चों में इस बीमारी के विकसित होने की संभावना अधिक होती है।
अन्य कारणों में शामिल है-
- साबुन, डिटर्जेंट, शैंपू, कीटाणुनाशक और ताजे फलों, मांस और सब्जियों के रस से।
- बहुत गर्म और बहुत ठंडा मौसम, व्यायाम से पसीना आना, डेयरी उत्पाद, अंडे, मेवे और बीज, सोया उत्पाद और गेहूं से।
- महिलाओं में एक्जिमा के लक्षण तब बढ़ सकते हैं जब उनके हार्मोन का स्तर बदल रहा हो, जैसे कि गर्भावस्था और पीरियड के समय।
निदान (Diagnosis of Eczema)
एक्जिमा का निदान त्वचा विशेषज्ञ द्वारा किया जाता है। आमतौर पर इसके लिए कोई विशेष लैब टेस्ट की आवश्यकता नहीं होती। निदान की प्रक्रिया में शामिल हैं:
मेडिकल हिस्ट्री: डॉक्टर परिवार में एक्जिमा या एलर्जी के इतिहास के बारे में पूछ सकते हैं।
त्वचा की जांच: त्वचा की स्थिति, लक्षणों की प्रकृति और उनके स्थान को देखकर निदान किया जाता है।
एलर्जी टेस्ट: यदि संदेह हो कि कोई विशेष एलर्जी इसका कारण हो सकती है, तो पैच टेस्ट या ब्लड टेस्ट किया जा सकता है।
एक्जिमा का उपचार (Treatment of Eczema)
एक्जिमा का इलाज मुख्य रूप से लक्षणों को कम करने और त्वचा को स्वस्थ रखने पर केंद्रित होता है। इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन सही प्रबंधन से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। जिनमें शामिल हैं-
1. दवाइयां
- मॉइस्चराइज़र: त्वचा को हाइड्रेटेड रखने के लिए मॉइस्चराइज़र का उपयोग आवश्यक है।
- स्टेरॉयड क्रीम: सूजन और खुजली को कम करने के लिए डॉक्टर द्वारा दी गई स्टेरॉयड क्रीम का उपयोग किया जा सकता है।
- एंटी-हिस्टामिन टैबलेट्स: खुजली को कम करने के लिए उपयोगी।
- एंटीबायोटिक्स: यदि संक्रमण हो जाए, तो एंटीबायोटिक दवाएं दी जा सकती हैं।
2. जीवनशैली में बदलाव
- त्वचा को नम बनाए रखें: त्वचा को सूखने से बचाने के लिए दिन में कई बार मॉइस्चराइज़र लगाएं।
- गर्म पानी से स्नान न करें: गर्म पानी त्वचा को और अधिक शुष्क बना सकता है।
- साबुन का सीमित उपयोग: हल्के और बिना खुशबू वाले साबुन का ही इस्तेमाल करें।
- आरामदायक कपड़े पहनें: सूती कपड़े पहनें और टाइट कपड़ों से बचें।
- तनाव कम करें: ध्यान, योग और गहरी सांस लेने की आदत तनाव को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं।
एक्जिमा से बचाव (Prevention from Eczema)
- त्वचा को हाइड्रेटेड रखें।
- एलर्जी पैदा करने वाले कारकों से बचें।
- ठंडे और शुष्क मौसम में त्वचा की देखभाल पर विशेष ध्यान दें।
- संतुलित आहार लें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- तनाव प्रबंधन का अभ्यास करें।
निष्कर्ष
एक्जिमा एक सामान्य लेकिन जटिल त्वचा रोग है। उचित देखभाल, दवाओं और जीवनशैली में सुधार के माध्यम से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। हालांकि, यह समस्या कभी-कभी असुविधाजनक हो सकती है, लेकिन सही उपचार और रोकथाम से इससे बचाव संभव है।