दुनियाभर में युवाओं की मौत का चौथा मुख्य कारण है डिप्रेशन, जानें लक्षण, कारण और इलाज
एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में लगभग 280 मिलियन लोग अवसाद (Depression) ग्रस्त हैं। (ref) वहीं हर साल 7 लाख से अधिक लोग इसकी वजह से सुसाइड करते हैं। इतना ही नहीं 15-29 वर्ष के युवाओं में आत्महत्या करने का यह चौथा प्रमुख कारण है। यह आंकड़े सचमुच डराने वाले हैं और इस बात का इशारा भी है कि डिप्रेशन को समझना और इससे बचना हर व्यक्ति के लिए जरूरी है।
क्या होता है डिप्रेशन? (What is Depression)
डिप्रेशन या अवसाद एक मूड डिसऑर्डर है, जो लगातार उदासी, खालीपन और खुशी की कमी के अहसास के कारण होता है। इसमें जीवन की बड़ी घटनाएँ जैसे कि शॉक या नौकरी छूट जाना, डिप्रेशन को ट्रिगर कर सकती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, अवसाद दुनिया भर में विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है।
महिलाओं को ज्यादा होता है डिप्रेशन!
शोध के मुताबिक यह बीमारी वयस्कों, किशोरों और बच्चों को प्रभावित कर सकती है। वहीं महिलाओं में अवसाद पुरुषों की तुलना में लगभग 50% अधिक होता है। दुनियाभर में 10% से अधिक गर्भवती महिलाएँ और हाल ही में शिशु को जन्म देने वाली महिलाएँ अवसाद का अनुभव करती हैं।
इस आर्टिकल में हम अवसाद के लक्षण, कारण व उपचार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दे रहे हैं, जिससे इस रोग से ग्रस्त लोगों की मदद हो सके।
अब जान लेते हैं कि डिप्रेशन या अवसाद के लक्षण क्या हैं?
अवसाद के लक्षण (Symptoms of Depression)
अवसाद कई तरह के मनोवैज्ञानिक और शारीरिक लक्षण पैदा कर सकता है, जिनमें शामिल हैं: (ref)
- हमेशा उदास रहना
- शौक और गतिविधियों में रुचि या आनंद की कमी
- भूख और शरीर के वजन में बदलाव
- असामान्य रूप से धीमी या गुस्सैल हरकतें
- ऊर्जा में कमी या थकान
- सोने में कठिनाई या अधिक सोना
- ध्यान केंद्रित करने या निर्णय लेने में कठिनाई
- मन में मृत्यु या आत्महत्या के विचार आना
अवसाद का कारण क्या है? (Causes of Depression)
अवसाद के कई संभावित कारण होते हैं और कभी-कभी कई कारक मिलकर इसके लक्षणों को ट्रिगर करते हैं। कारकों में शामिल हैं – (ref)
ब्रेन केमिस्ट्री : मस्तिष्क में सेरोटोनिन और डोपामाइन सहित न्यूरोट्रांसमीटर का संतुलन बिगड़ना अवसाद का कारण हो सकता है।
आनुवांशिकी: यदि आपके परिवार में माता-पिता या भाई-बहन में किसी को डिप्रेशन है तो आने वाली पीढ़ियों में भी यह रोग हो सकता है।
तनावपूर्ण जीवन की घटनाएँ: कठिन अनुभव, जैसे किसी अपने की मौत, आघात, तलाक, परिवार में किसी तरह का अलगाव और अपनों से समर्थन की कमी अवसाद को ट्रिगर कर सकते हैं।
चिकित्सा स्थितियाँ: पुराना दर्द और मधुमेह (Diabetes) जैसी पुरानी बीमारियां अवसाद का कारण बन सकती हैं।
दवा: कुछ दवाएँ साइड इफ़ेक्ट के रूप में अवसाद का कारण बन सकती हैं।
शराब का सेवन : शराब सहित मादक पदार्थों का सेवन भी अवसाद का कारण बन सकता है या इसे बदतर बना सकता है।
अब जानते हैं अवसाद के इलाज के बारे में –
डिप्रेशन का उपचार (Treatment of Depression)
डिप्रेशन से पीड़ित लगभग 80% से 90% लोगों में इलाज का असर होता है। इलाज की प्रक्रिया नीचे दी गई है।
मनोचिकित्सा: मनोचिकित्सा (टॉक थेरेपी) में मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से बात करना शामिल है। आपका डॉक्टर अस्वस्थ भावनाओं, विचारों और व्यवहारों को पहचानने और उन्हें बदलने में आपकी मदद करता है।
दवा: एंटीडिप्रेसेंट दवाइयां अवसाद का कारण बनने वाले मस्तिष्क रसायन को बदलने में मदद कर सकती है।
चिकित्सा: हल्के अवसाद या ज्यादा लक्षणों वाले लोग एक्यूपंक्चर, मालिश, हिप्नोटिज्म और बायोफीडबैक जैसी चिकित्सा से अपने स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं।
ब्रेन स्टिम्युलेशन थेरेपी : ब्रेन स्टिम्युलेशन थेरेपी उन लोगों की मदद कर सकती है जिन्हें गंभीर अवसाद या मनोविकृति के साथ अवसाद है।
इसके अलावा जीवन में इन्हें भी करें शामिल
- नियमित व्यायाम करना
- अच्छी नींद लेना
- स्वस्थ आहार खाना
- शराब से परहेज़ करना
- उन लोगों के साथ समय बिताना जिनकी आप परवाह करते हैं।
डिप्रेशन से बचाव (Prevention from Depression) पूरी तरह से सम्भव नहीं है लेकिन कुछ तरीकों को अपनाकर इसके जोखिमों को कम किया जा सकता है। इसमें स्वस्थ नींद की दिनचर्या बनाए रखना, स्ट्रेस मैनेजमेंट करना, नियमित रूप से व्यायाम करना व ध्यान और योग शामिल हैं।
निष्कर्ष :
डिप्रेशन एक ऐसा रोग है जो किसी को भी अपनी चपेट में ले सकता है। इस बीमारी का इलाज संभव है, इसलिए घबराएं नहीं। डॉक्टर की सलाह लें और दवाईयों के सेवन के साथ लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करें।