एक बहुत पुरानी कहावत है कि ‘पहला सुख निरोगी काया’, जिसका अर्थ होता है स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। इस स्वास्थ्य रूपी धन को सहेज कर रखने का सबसे आसान उपाय है संतुलित आहार (Balanced Diet) का सेवन करना।
संतुलित आहार के मूल सिद्धांत हैं शरीर में पर्याप्त ऊर्जा व पोषक तत्वों (energy and nutrients) की जरूरत को पूरा करना।
संतुलित या स्वस्थ आहार को सक्रिय जीवनशैली के साथ मिलाने से स्वास्थ्य को बहुत लाभ होता है और हृदय रोग (Heart Disease), कैंसर (Cancer) और मोटापे (Obesity) जैसी बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है।
एक शोध में सामने आया है कि एक वयस्क व्यक्ति को आमतौर पर प्रतिदिन 1,600 से 3,000 कैलोरी (Ref) की ज़रूरत होती है और इसकी मात्रा व्यक्ति के लिंग, उम्र एवं जीवनशैली के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है।
संतुलित आहार से लोग अपनी ज़रूरत के पोषक तत्व और कैलोरी प्राप्त कर सकते हैं। ये चीजें खाद्य के 5 समूहों से प्राप्त की जा सकती है, जिनमें निम्नलिखित के नाम शामिल हैं –
- सब्जियाँ
- फल
- अनाज
- प्रोटीन
- डेयरी
इसके साथ ही सब्जियों में 5 उपसमूह शामिल हैं –
- गहरी हरी सब्जियाँ
- लाल और नारंगी सब्जियाँ
- स्टार्च वाली सब्जियाँ
- बीन्स, मटर और दालें
- अन्य सब्जियाँ, जैसे बैंगन आदि
पुरुषों को पड़ती है अधिक कैलोरी की जरूरत
किसी भोजन में कैलोरी की मात्रा उस भोजन में मौजूद ऊर्जा की मात्रा को दर्शाती है। आपका शरीर चलने, सोचने, सांस लेने और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए भोजन से कैलोरी का उपयोग करता है।
रिसर्च की मानें तो पुरुषों को महिलाओं की तुलना में अधिक कैलोरी की आवश्यकता होती है, और जो लोग व्यायाम करते हैं उन्हें उन लोगों की तुलना में अधिक कैलोरी की आवश्यकता होती है, जो व्यायाम नहीं करते हैं।
अब हम यह जान लेते हैं कि हमारे लिए संतुलित आहार क्यों जरूरी है?
संतुलित आहार का महत्व (Importance of Balanced Diet) – (Ref)
संतुलित आहार आपके शरीर को प्रभावी ढंग से काम करने के लिए ज़रूरी पोषक तत्व प्रदान करता है। संतुलित पोषण के बिना, आपका शरीर बीमारी, संक्रमण, थकान का शिकार हो सकता है।
जिन बच्चों को पर्याप्त स्वस्थ भोजन नहीं मिलता है, उन्हें विकास संबंधी समस्याओं, पढ़ाई में ध्यान की कमी और बार-बार संक्रमण का सामना करना पड़ सकता है। वे अस्वास्थ्यकर खाने की आदतें भी विकसित कर सकते हैं, जो बड़े होने के बाद भी बनी रह सकती हैं।
इन बीमारियों का भी रहता है ख़तरा
संतुलित आहार के अभाव में मोटापे और विभिन्न बीमारियों का ज़्यादा जोखिम बढ़ जाता है, जो मेटाबॉलिक सिंड्रोम (Metabolic Syndrome) का कारण बन सकता है, जिसमें टाइप 2 मधुमेह और उच्च रक्तचाप शामिल हैं।
संतुलित आहार को नजरअंदाज करने से होने वाली बीमारियों को हमने जान लिया। अब हम इसके फायदों को जान लेते हैं।
संतुलित आहार से होते हैं ये फायदे (Benefits of Balanced Diet)
- स्वस्थ्य हृदय
- कैंसर का जोखिम कम होना
- मूड बेहतर बनाना
- पाचन तंत्र में सुधार
- याददाश्त में सुधार
- वजन कम होना
- मधुमेह प्रबंधन
- मजबूत हड्डियाँ और दाँत
- बेहतर नींद आना
- अगली पीढ़ी का स्वास्थ्य
संतुलित आहार संबंधी जरूरी सुझाव
किसी व्यक्ति के आहार को बेहतर बनाने के कई छोटे-छोटे तरीके होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- शीतल पेय की जगह पानी या हर्बल चाय पीना।
- यह सुनिश्चित करना कि प्रत्येक भोजन में कुछ ताज़ी चीजें अवश्य हो।
- भोजन में साबुत अनाज (Whole grains) शामिल करना।
- जूस की जगह फलों का सेवन करना
- रेड या प्रोसेड मीट को सीमित करना, जिनमें नमक की मात्रा अधिक होती है और जो कोलन कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
- भोजन में अधिक सब्ज़ियाँ शामिल करना।
निष्कर्ष
संतुलित आहार स्वस्थ जीवन जीने का सारांश है। इसे अपनाकर न केवल एक व्यक्ति निरोगी काया प्राप्त कर सकता है बल्कि अपने जीवन को भी बेहतर बना सकता है।