पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है!
ये कोई मजाक नहीं बल्कि हकीकत है। अगर आपकी माहवारी चल रही है, तो आप यह बिल्कुल भी न सोचें कि इस दौरान आप गर्भधारण नहीं कर सकती हैं। यह सोच गलत है।
आखिर कैसे पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है?
अगर पीरियड में कपल संबंध बनाते वक्त कॉन्डम या अन्य गर्भनिरोधकों का इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो ऐसी अवस्था में महिलाएं प्रेगनेंट हो सकती हैं। वैसे तो इस तरह के मामले बहुत ही ज्यादा दुलर्भ हैं लेकिन पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है, इस बात को पूरी तरह से नकारा भी नहीं जा सकता है। इसीलिए, हर कपल को पीरियड में संबंध बनाते वक्त विशेष सावधानी बरतनी चाहिये।
इस विषय पर प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. शिप्रा सक्सेना बताती हैं कि महिलाओं की मेंस्ट्रुअल साइकिल के आधार पर उनकी फर्टाइल अवधि अलग-अलग होती है। इस दौरान बिना किसी प्रोटेक्शन के सेक्स किये जाने से एक महिला प्रेगनेंट हो सकती है। ठीक इसी तरह ही पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है। भले ही इस तरह के मामले कम नजर आते हैं लेकिन ऐसा होना संभव है।
महिला के प्रेगनेंट होने की संभावना कब ज्यादा रहती है?
हर महीने होने वाली ओव्यूलेशन की अवधि में महिला के गर्भधारण करने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। दरअसल, पीरियड के पहले दिन से लेकर अगले पीरियड आने के 1 दिन पहले तक के समय को मेंस्ट्रुअल साइकिल कहा जाता है। हिंदी में इसे मासिक धर्म चक्र कहते हैं। वैसे तो इस साइिकल की सामान्य अवधि 28 दिनों की होती है लेकिन कुछ महिलाओं में यह अवधि छोटी या बड़ी भी हो सकती है। उदाहरण के तौर पर कुछ महिलाओं में मेस्ट्रुअसल साइकिल की अवधि 23 तो कुछ में 35 दिनों की होती है।
इस साइकिल की अवधि पर ओव्यूलेशन का समय निर्भर करता है। सामान्यत: माहवारी आने के बाद 12 से 17 दिनों के बीच में महिलाएं ओव्यूलेट करती हैं। अगर इस दौरान कपल पूरी प्लानिंग के साथ अनप्रोटेक्टेड सेक्स करे, तो महिला के प्रेगनेंट होने की संभावना बढ़ जाती है।
पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है! क्या ऐसा पीरियड के तुरंत बाद हो सकता है?
जैसे पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है, ठीक ऐसा पीरियड के बाद भी हो सकता है। जिन महिलाओं की मेंस्ट्रुअसल साइकिल छोटी होती है, वे पीरियड के तुरंत बाद ही प्रेगनेंट हो सकती हैं। अगर किसी महिला का मासिक धर्म चक्र 21 से 24 दिनों का होता है, तो उनमें ओव्यूलेशन की शुरुआत भी जल्दी होती है। अगर ऐसी महिलाएं बिना किसी प्रोटेक्शन के अपने पार्टनर साथ पीरियड में संबंध बनाती हैं, तो ऐसे में पुरुष का स्पर्म महिला के फैलोपियन ट्यूब में प्रवेश कर सकता है। फैलोपियन ट्यूब में प्रवेश करने के बाद पुरुष का स्पर्म वहाँ तकरीबन 5 दिनों तक जीवित रहता है। इस अवस्था में महिला का ओव्यूलेशन जल्दी शुरू होने के कारण पुरुष का स्पर्म फैलोपियन ट्यूब में अंडे के साथ मिल जाता है जिसे फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया कहते हैं और ऐसा होने से महिला प्रेगनेंट हो जाती है।
तो जैसे यह सच है कि पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है, ठीक उसी तरह पीरियड के तुरंत बाद प्रेगनेंट होने की बात भी हकीकत है। हालांकि, इस तरह के मामले कम देखने को मिलते हैं।
पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है! क्या इसे रोका जा सकता है?
हाँ बिल्कुल। अगर एक कपल विशेष सावधानियां बरते तो वो अनचाही प्रेगनेंसी से बच सकता है। इसके लिए कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी है। जो कपल बच्चा पैदा नहीं करना चाहते, उन्हें हमेशा सेक्स के दौरान कॉन्डम का इस्तेमाल करना चाहिये। इससे प्रेगनेंसी नहीं होती है। ठीक ऐसा ही पीरियड के दौरान करना भी जरूरी है। अगर कपल इस मामले में लापरवाही बरतेंगे तो पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है।
वहीं महिलाएं अगर जल्दी प्रेगनेंट नहीं होना चाहतीं तो वो कॉपर टी, गर्भनिरोधक गोलियां व अन्य कुछ तरीकों का इस्तेमाल कर सकती हैं। वैसे पीरियड में प्रेगनेंसी रोकने का एक और अच्छा तरीका यही है कि इस दौरान कपल सेक्स को अवॉइड करें। इससे सिर्फ अनचाही प्रेगनेंसी ही नहीं बल्कि यौन संचारित रोग, योनि संक्रमण व अन्य खतरों का जोखिम भी कम हो सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
अनचाही प्रेगनेंसी का एक ही मुख्य कारण है- कपल द्वारा बरती गयी लापरवाही। अपने आनंद और मस्ती के लिए कपल बिना प्रोटेक्शन के सेक्स तो कर लेते हैं और फिर जब प्रेगनेंसी हो जाती है, तब वे पछताते हैं। अगर आप इस तरह का पछतावा नहीं चाहते हैं, तो सबसे पहले इस बात को इग्नोर न करें कि पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है। इसके लिए हमेशा सेक्स करते प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें। इस मामले में लापरवाही न बरतें।