भारत में करोड़ों कपल हैं इनफर्टिलिटी के शिकार! जानें प्रेग्नेंट न होने के 10 कारण

प्रेग्नेंट न होने के 10 कारण

अगर आप भी प्रेंग्नेंट नहीं हो पा रही हैं, तो घबराएं नहीं। दुनियाभर में करोड़ों कपल इस चुनौती का सामना कर रहे हैं। शोध के मुताबिक दुनिया में लगभग 8%-10% कपल बांझपन (Infertility) की समस्या से प्रभावित हैं। वहीं पूरे विश्व में हर साल करीब 60-80 मिलियन कपल इनफर्टिलिटी के शिकार होते हैं, जिनमें से 15-20 मिलियन मामले सिर्फ भारत में रिपोर्ट होते हैं1

आज के समय में इंफर्टिलिटी यानी बांझपन एक ऐसा विषय बन चुका है, जिसे समझना हर किसी के लिए जरूरी है।

क्या होता है बांझपन? (What is Infertility)

अगर आप कम से कम एक साल तक लगातार असुरक्षित सेक्स कर रहे हैं और फिर भी गर्भधारण नहीं हो पा रहा है, तो यह बांझपन (Infertility) का संकेत हो सकता है।

भारत में अक्सर प्रेग्नेंट न हो पाने को महिलाओं में किसी कमी के साथ जोड़कर देखा जाता है लेकिन सही मायने में ऐसा नहीं है। विभिन्न शोधों में यह बात सामने आई है कि प्रेग्नेंट न होने के लिए महिला व पुरुष दोनों ही जिम्मेवार हो सकते हैं। 

पुरुषों में बांझपन के लिए जिम्मेदार 10 कारण (Causes of Male Infertility)

मोटापा : मोटापा (Obesity) आज की आम समस्या है और इसकी वजह से बांझपन का सामना करना पड़ सकता है। सिर्फ महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी मोटापा से स्पर्म के उत्पादन और क्वालिटी पर असर पड़ता है। 

धूम्रपान और नशीले पदार्थ : धूम्रपान व नशीले पदार्थों के सेवन से स्पर्म की गुणवत्ता (Sperm Quality) व कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। 

रेडिएशन : कुछ रिसर्च में यह भी पाया गया है कि मोबाइल फोन व लैपटॉप के रेडिएशन से भी प्रजनन क्षमता कम होने की संभावना रहती है। 

न्यूट्रिशन की कमी : शरीर में पोषण की कमी पुरुषों को बांझपन का शिकार बना सकती हैं। पोषण प्रदान करने वाले खाद्य पदार्थ स्पर्म की गुणवत्ता को बनाए रखने में मददगार होते हैं। इसीलिए विटामिन ए, सी, ई, ओमेगा 3 और फॉलिक एसिड वाले भोजन को नियम से लेना जरूरी होता है। 

सप्लीमेंट्स व स्टेरॉयड्स : आजकल पुरुष कई तरह के हेल्थ सप्लीमेंट्स लेते हैं और स्टेरॉयड का भी इस्तेमाल  करते हैं। अंजाने में ही सही लेकिन ये आदतें उन्हें इंफर्टिलिटी का शिकार बना सकती हैं। इसीलिए फ़ूड सप्लीमेंट या स्टेरॉयड का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए। 

टेस्टिकुलर का अधिक तापमान : पुरुषों के प्रजनन अंग के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेंटीग्रेड की बढ़ोतरी स्पर्म की गुणवत्ता और कार्य को प्रभावित कर सकती है। 

संक्रमण : गोनोरिया, क्लैमाइडिया और यूरियोप्लाज्मा जैसे यौन संचारित रोग (Sexually Transmitted Disease) पुरुष बांझपन का कारण बन सकते हैं। 

जेनाइटल इंजरी :टेस्टिकुलर इंजरी बांझपन का कारण बन सकती है। पुरुष बांझपन के अन्य जोखिम कारकों में जननांग संक्रमण, प्रोस्टेट की सूजन और लेट और अर्ली प्यूबर्टी भी शामिल हैं।

वैरिकोसेल : यह स्थिति टेस्टिकल्स की थैली में नसों के बढ़ने या सूजन आने से पैदा होती है, जो टेस्टिस के तापमान को बढ़ाती है। इसकी वजह से स्पर्म काउंट (Sperm Count) और गुणवत्ता प्रभावित होती है। 

उम्र : बांझपन के लिए पुरुषों की उम्र भी जिम्मेदार होती है। लोगों के मन में यह धारणा है कि पुरुष बुढ़ापे में भी प्रजनन कर सकता है लेकिन यह गलत है। ऐसा माना जाता है कि 35 वर्ष की आयु के बाद पुरुषों की प्रजनन क्षमता तेजी से कम होने लगती है। वहीं 40 वर्ष के बाद पुरुषों के पिता बनने की संभावना हर साल 11 प्रतिशत कम हो जाती है। 

अब एक नजर डालें महिलाओं में बांझपन के कारणों पर (Causes of Female Infertility)

महिला प्रजनन प्रणाली में बांझपन निम्नलिखित कारणों से हो सकता है3

  • ट्यूबल विकार 
  • गर्भाशय में कोई परेशानी
  • अंडाशय संबंधी विकार
  • एंडोक्राइन सिस्टम डिसऑर्डर
  • हार्मोनल असंतुलन  
  • पैपिलोमावायरस संक्रमण (HPV)  
  • मासिक धर्म में अनियमितता  (Irregular Periods)
  • उम्र  
  • मोटापा

महिलाओं को डॉक्टर को कब दिखाना है जरूरी?

  • 35 वर्ष या उससे अधिक उम्र होना और 6 महीने या उससे अधिक समय तक कोशिश करने के बाद भी प्रेगनेंसी न होने पर।
  • अनियमित या पीरियड में बहुत ज्यादा दर्द होने पर।
  • प्रजनन संबंधी कोई पहले से समस्या का पता होने पर।
  • अगर पहले एक से अधिक गर्भपात हो चुका है तब।
  • कैंसर का इलाज जैसे कि कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी करवा चुकी हों तब।

पुरुष इस दौरान ले सकते हैं सलाह

  • स्पर्म की कम संख्या या स्पर्म से जुड़ी अन्य समस्याएं होना।
  • प्रोस्टेट या पहले से यौन संबंधी कोई परेशानी होना।
  • कैंसर का इलाज जैसे कि कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी से गुजरना।
  • पहले हर्निया की सर्जरी होना।

निष्कर्ष

प्रेग्नेंट न हो पाने पर शर्म व घबराहट की जगह कपल को समझदारी से काम लेना चाहिए। डॉक्टर्स विभिन्न टेस्ट के माध्यम से समस्या की सही वजह बता सकते हैं और सही इलाज से इसका समाधान भी हो सकता है।

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चेतावनी:
इस वेबसाइट पर दी गयी स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के लिए विशेषज्ञ से संपर्क करें और उनकी सलाह के अनुसार ही कार्य करें।

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